गर्दन के दर्द के राहत के लिए क्या करें?

गर्दन में दर्द होना एक आम समस्या हैं और यह किसी भी व्यक्ति को हों सकती हैं।वैसे आम तौर पर ये किसी खराब मुद्रा के कारण गर्दन की मांसपेशियों में तनाव पैदा हो सकता हैं।उदाहरण के लिए कंप्यूटर पर काम करते समय स्क्रीन की तरफ झुकना हो,या मोबाइल में अधिक देर तक झुक कर देखना हो,सोते समय ज़्यादा ऊंचा तकिया इस्तेमाल करना आदि।वैसे कुछ मेडिकल कारणों से भी गर्दन में दर्द हो सकता हैं।

गर्दन के दर्द को क्या कहते हैं? 

गर्दन के दर्द को सर्वाइकलगिया कहते हैं, इससे लोगों कि गर्दन में अकड़न महसूस होती हैं।वैसे आमतौर पर यह समस्या थोड़ी देर आराम करने या फिर व्ययाम करने से ठीक हो जाती हैं,लेकिन ऐसे में कई बार यह लंबे समय तक रह सकती हैं।

ऐसे में ज्यादातर मामलों में गर्दन का दर्द कोई गंभीर चिकित्सीय स्थिति में नहीं  होता हैं।लेकिन कुछ ही दिनों में इससे राहत मिलने लगती हैं।ऐसे कुछ मामलों में, गर्दन का दर्द एक गंभीर चोट या बीमारी का संकेत हो सकता हैं,जिसमें आपको डॉक्टर कि देखभाल की जरूरत होती हैं। 

आपने अगर वक्त रहते इसका इलाज नहीं कराया तो सर्वाइकल पेन भी हो सकता हैं और अगर आपको एक बार सर्वाइकल हो गया तो यह सिर्फ गर्दन तक सीमित नहीं रहता बल्कि धीरे-धीरे आपके पूरे शरीर के दूसरे भागों को भी प्रभावित करके अपनी पकड़ में ले लेता हैं।

आइए जानते हैं गर्दन में दर्द कौन-कौन से कारणों से होता हैं? 

गर्दन में दर्द यह समस्या काफी सारे कारणों से हो सकती हैं।इसलिए इसके कारणों का पता लगाना काफी मुश्किल होता हैं।

गर्दन को गलत तरीके से रखना 

 दर्द का सबसे बड़ा प्रमुख कारण यह हैं कि गर्दन को गलत मुद्रा में रखने से होता हैं, जैसे मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना,लैपटॉप, लेटने, खाने इत्यादि की स्थितियों में होता हैं।

गलत तरीके से सोना

ऐसे में कोई व्यक्ति गलत तरीके में सोता हैं तो उसे गर्दन में दर्द की समस्या होने की संभावना काफी ज्यादा हो जाती हैं।

चोट लगना

 चोट लगना यह भी गर्दन के दर्द की वजह बन सकता हैं।ऐसे में मुख्य रूप से स्पोर्ट्स इंजरी या फिर अन्य कोई गतिविधियों को करते समय चोट लगने पर होता हैं।

हड्डियों का कमज़ोर होना

 यदि किसी भी व्यक्ति के शरीर की हड्डियाँ काफी कमज़ोर हो जाती हैं,तो उसे गर्दन में दर्द जैसी समस्या हो सकती हैं।

किसी तरह की बीमारी से पीड़ित होना

 अर्थराइटिस जैसी कई सारी बीमारियाँ भी गर्दन में चोट का कारण बन सकती हैं।

ऐसी स्थिति में आपको इन बीमारियों से पीड़ित लोगों का इलाज सही तरीके से कराना चाहिए ताकि उन्हें किसी और समस्याओं से गुजरना ना पड़े।

गर्दन में दर्द का इलाज कैसे करें?

गर्दन की एक्सरसाइज करना

गर्दन में दर्द का इलाज व्ययाम के द्वारा भी कम किया जा सकता हैं।इसके लिए आपको डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ इस दर्द से पीड़ित लोगों की गर्दन की एक्सरसाइज करने में आपकी सहायता करेंगे।

फिज्योथेरेपी करना

गर्दन के दर्द को फिज्योथेरेपी की मदद से भी ठीक किया जा सकता हैं।इस तरह की थेरेपी आपके दर्द को कम करने के साथ इससे पीड़ित लोगों को आराम दिलाने में भी सहायता कर सकती हैं।

दवाई का सेवन करना

गर्दन में ज्यादा दर्द होने के कारण डॉक्टर गर्दन में दर्द से पीड़ित लोगों को दवाई भी देते हैं।ये दवाईयां इस दर्द को कम करने के साथ-साथ फैलने से भी रोकती हैं।

स्टेरॉयड इंजेक्शन लगाना

गर्दन में ज्यादा दर्द रहने पर इसे कम करने के लिए स्टेरॉयड इंजेक्शन का भी सहारा लिया जा सकता हैं।ये इंजेक्शन गर्दन के दर्द वाली जगह पर लगाई जाती हैं,इससे पीड़ित लोगों को आराम मिलता हैं।

सर्जरी कराना 

जब गर्दन में दर्द किसी भी अन्य तरीके से ठीक नहीं हो पाता हैं,तो इसका इलाज करने का एकमात्र विकल्प सर्जरी ही हैं जो दर्द से आपको राहत दिलाएंगा।

गर्दन के दर्द को राहत दिलाने के लिए आप घर पर सेल्फ ट्रिटमेंट भी कर सकते हैं।

योगा करना

गर्दन के दर्द को  योगा के माध्यम से इसे ठीक किया जा सकता हैं।इसके लिए आपको संगासान, मत्यासान, सेसुबंध आसान जैसे योगासन को करना लाभकारी साबित हो सकता हैं इससे दर्द में  राहत मिल सकती हैं।

व्यायाम करना

गर्दन में दर्द के लिए आप व्यायाम भी कर सकते हैं।उसके लिए आपको दाई-बाई ओर घुमाना,गर्दन को आगे-पीछे हिलाना,गर्दन को ऊपर-नीचे हिलाना आदि एक्सराइज़ की जा सकती हैं।

गर्दन पर गर्म रेती का सेक या बर्फ के टुकड़े का इस्तेमाल करना।

 इस दर्द के लिए गर्म पानी, रेती या बर्फ के टुकड़े का गर्दन पर रखना और इसका इस्तेमाल करना लाभकारी साबित हो सकता हैं।ऐसा करने से गर्दन में दर्द कम हो सकता हैं।

गर्दन को धीरे-धीरे हिलाना

 गर्दन में दर्द होने पर गर्दन अकड़ जाती हैं,जिसकी वजह से उनके लिए गर्दन को हिलाना भी बहुत मुश्किल हो जाता हैं।ऐसी स्थिति में गर्दन को धीरे-धीरे हिलाना सही तरीका साबित हो सकता हैं।