तनाव कम करने के उपाय

आज  की  इस भाग दौड़  भरी  ज़िंदगी  में  हर  कोई  तनाव से झुज रहा हैं।आज हर  क्षेत्र में प्रतियोगिता चल रही हैं,  जिसका  कारण हैं कि एक  छोटे  से  बच्चे  से  लेकर  बड़े बुजुर्ग  व्यक्ति  तक  के  जीवन  में   भी  बहुत  तनाव मचा हुआ  हैं।  इस  तनाव  के  अनेक  कारण  हो  सकते  हैं, जैसे बच्चों  के  लिए  पढाई, तो  बड़ों  के  लिए  उनकी  परवरिश, घर  संभालने  की  जिम्मेदारियाँ, परिवार  में आपसी कलेश,  ऑफिस  या  व्यापार  की  चिंता आदि।  आज की इस दुनिया में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं हैं, जिसको तनाव ना हो।

अर्थात्  कोई  भी ऐसा  इन्सान यह  नहीं  कह  सकता हैं  कि  वह  चिंता  मुक्त  और  तनाव  रहित  जीवन  जी  रहा  हैं।

तनाव का होना बहुत अच्छी बात हैं लेकिन एक हद के बाहर तनाव का हो जाना यह बहुत खतरनाक हो सकता हैं।जब भी कभी तनाव आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में परेशान करने लगता हैं तभी दिक्कत आने लगती हैं।जिस भी व्यक्ति को तनाव  रहता हैं उसको इलाज के लिए किसी  व्यक्ति से सलाह लेनी चाहिए।आपको यह बात भी याद रखनी होगी कि यह कोई शर्म की बात नहीं हैं और यह ना ही कोई पागलपन या कोई बीमारी हैं,बल्कि ऐसा कभी भी किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता हैं।

लाइफ स्टाइल एक्सपर्ट  का मानना हैं कि, स्ट्रेस से शरीर की सुंदरता को भी नुकसान पहुंचता हैं।यही वजह हैं कि सेहत, सौंदर्य और खुशी के लिए तनाव दूर किया जाना बेहद जरूरी होता हैं। 

तनाव क्या होता हैं?

तनाव या डिप्रेशन यह एक प्रकार के हि मानसिक विकार हैं। आप किसी भी एक नकारात्मक विचार के दिमाग़ पर हावी हो जाने के बाद आपकी  मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता हैं।आपका  मस्तिष्क सही से कार्य करने और किसी भी ख़ुशी के मौक़े प्रसन्न होने में असक्षम हो जाता हैं।

इसे हि  तनाव की स्थिति कही जा सकती हैं। 

लेकिन जब आप तनाव में मुस्कुराते हैं तब उन में से केवल 4 का उपयोग करते हैं। ऐसे में अधिक कार्य का अर्थ हैं कि अधिक तनाव।तनाव आपकी मुस्कान को भी गायब कर देता हैं।आपकी बॉडी लेंग्वेज, मानसिक स्थिति और शारीरिक तंत्र की उर्जा का संकेत दे देती हैं।

ऐसे कुछ लोग हैं जिन्हें तनाव की खास वजह मालूम होती हैं और कुछ लोगों को तनाव कि कोई खास वजह भी मालूम 

नहीं होती हैं। 

तनाव मुक्त करने के लिए व्यायाम जरूर करें।

रिलैक्स करने की तकनीक सीखें और उसे अपने जीवन में अपनाएं।

मेडिटेशन,प्रोग्रेसिव मसल्स रिलैक्सेशन, गाइडेड इमेजरी,ब्रीदिंग एक्सरसाइज याने गहरी सांस लेना जैसे व्यायाम को अपनी रोजाना जिंदगी में शामिल करें।योग एक पॉवरफुल रिलैक्सेशन टेकनीक हैं और इसे स्ट्रेस-बस्टर भी कहां जाता हैं।

तनाव से मुक्ति का उपाय मेडिटेशन करें। 

ये एक प्राचीन युक्त से चला आ रहा हैं और सदियों में लोग मानसिक तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सहारा लेते हैं।वास्तव में ऐसा कहा जाता हैं कि यह दवा की तरह काम करता हैं और नियमित रूप से कई सालों तक मेडिटेशन किया जाए तो व्यक्ति के अंदर मानसिक तनाव से निपटने की क्षमता बढ़ जाती हैं।इसलिए मन शांत रखने के लिए हर व्यक्ति को मेडिटेशन जरूर करना चाहिए। 

तनाव दूर करने का तरीका सांस लेना और छोड़ना।

आपने यह ध्यान दिया होगा कि जब कोई व्यक्ति अधिक मानसिक तनाव में होता हैं तो उसे तेजी से सांस लेने और छोड़ने के लिए कहा जाता हैं।

जब भी कभी आपको तनाव हो तो कम से कम पांच बार तेज सांस ले और छोड़ें। संभव हो तो कुछ देर तक सांस रोक कर रखें और फिर छोड़ें।ये प्रक्रिया कई बार दोहराएं और ऐसा करने से तनाव गायब हो जाएगा।

बहार टहलने जाएं

डॉक्टर का कहना हैं कि तनाव से आराम और तुरंत तरोताजा होने के लिए 10 मिनट की सैर से बेहतर कुछ नहीं हैं, पार्क या गार्डेन में हरी घास पर टहलने से आपका तनाव दूर होगा और आप अच्छा महसूस करेंगे।

तनाव दूर करने के लिए कुछ मनपसंद करें।

तनाव से मुक्ति का उपाय म्यूजिक सुनना।

अलग-अलग तरह के मनोवैज्ञानिक कारणों से भी व्यक्ति को मानसिक तनाव होता हैं।जिससे निपटने के लिए सकारात्मक चीजों की तरफ ध्यान लगाना पड़ता हैं।इसलिए कहते हैं संगीत सुनना एक बेहतर विकल्प हैं।यह आपके तनाव को दूर करने का काम करता हैं।व्यक्ति के पसंद का म्यूजिक मानसिक तनाव से राहत दिलाता हैं।

ऐसा कहते हैं खुलकर हंसने से दूर हो जाता हैं मानसिक तनाव।

अध्ययनों में ऐसा पाया गया हैं कि खुलकर हंसने से मानसिक तनाव पैदा करने वाले शरीर और मस्तिष्क के रसायनों में बदलाव होता हैं जिसके कारण मन ठीक रहता हैं। खुश रहने के लिए आप  जोर से और खुलकर हंसने के लिए कॉमेडी फिल्म, शो या अन्य वीडियो देखे और सुन सकते हैं।हंसने के लिए अखबारों के चुटकुले, कॉमिक्स पढ़ें या कामेडी क्लब ज्वाइन कर लें और यह याद रखें आप जितना ज्यादा हंसेगें, मानसिक तनाव आपसे उतना ही ज्यादा दूर रहेगा। 

गुब्बारा फुलाना 

तनाव की अवस्था में गुब्बारा फुलाना सुनने में भले ही अटपटा लगे,लेकिन खुद को खुश करने के लिए कुछ मनपसंद करें।तनाव दूर करने के लिए यह वर्कआउट हैं,इससे फेफड़ों में ऑक्सीजन पहुंचता हैं और रक्त संचार भी ठीक हो जाता हैं।

सोशल नेटवर्क के द्वारा दोस्तों से जुड़े रहे।

अपने स्कूल फ्रेंड्स, कॉलेज फ्रेंड्स से लेकर दफ्तर के साथियों के साथ संपर्क में रहें।इसके अलावा किसी संगठन में शामिल होकर या किसी तरह से सहायता कर अपना सोशल नेटवर्क बनाएं रखें। जिससे जरूरत पड़ने पर लोग आपका साथ दें और आपकी समस्या सुनें।

तनाव मुक्त करने के लिए कौन कौन सी चीजों को खाना चाहिए।

प्रॉपर रूटीन फॉलो करें

आप कोशिश करें कि हमेशा एक प्रॉपर रूटीन को फॉलो कर सकें।समय से सोएं, समय से खाएं व ऑफिस में भी समय पे जाएँ और वर्किंग हॉर्स खत्म होते ही घर जाएँ।आप यदि समय से अपना काम करने कि आदत डालेंगें तो ऐसे में आपको अपना मन-पसंद काम करने के लिए कुछ स्पेशल टाइम मिलेगा।इसलिए प्रॉपर रूटीन को जरूर फॉलो करें। 

तनाव कम करने के लिए मैग्नीशियम ।

यह आपके अच्छे स्वास्थ्य और बेहतर जीवनशक्ति के लिए बहुत ही आवश्यक होता हैं।मैग्नीशियम को मानसिक तनावरोधी के रूप में भी जाना जाता हैं। आपके शरीर में मैग्नीशियम की कमी से व्यक्ति मानसिक तनाव की समस्या मैं पढ़  जाता हैं और अनिद्रा का भी शिकार हो जाता हैं।इससे निपटने के लिए आपको मैग्नीशियम युक्त फल,सब्जियां और मैग्नीशियम के सप्लिमेंट्स खाने चाहिए।

सबके साथ मिलकर लें भोजन का आनंद।

तनाव दूर करने के लिए सबके साथ मिलकर भोजन करें चाहे वह घर हो या ऑफिस।इससे आपको काम से आराम भी मिल जाएगा और लोगों के साथ भी हंसी मजाक कर मन भी प्रसन्न हो जाएगा।

तनाव दूर करने के लिए सकारात्मक सोचें।

आपको टेंशन मुक्त रहने के लिए सकारात्मक सोच रखनी होगी‌।इस के साथ ही आपको हर पहलू में नकारात्मक भाव रखने की अपेक्षा सकारात्मक भाव रखने होंगे।तभी आप टेंशन से दूर रह पाएंगे,अन्यथा नहीं तो टेंशन ऐसी चीज हैं जो मरते दम तक पीछा नहीं छोड़ती हैं।

समस्या को  स्वीकार  करना  सीखें ।

आप  अगर किसी  बुरी या कठिन परिस्थिति  में  फंस  गए हैं तो उससे दूर भागने  के  बजाय  उसे  स्वीकार  करें और  उसका  सामना  करके  उसे  ख़त्म करने की कोशिश  करें।इस  प्रकार आप परेशानियों का  सामना  करने  से आपके अन्दर  कठिनाइयों  से  लड़ने  की  शक्ति मिलेंगी, आपका  आत्मबल  बढ़ेगा  और  आपके  अंदर  सकारात्मकता  आएगी। जिससे भविष्य में आने वाली परेशानियों  के  प्रति आप अडिग खड़े  रहेंगे और इनके  प्रति  आपका  तनाव  भी  कम  होगा।

जरूरत पढ़ने पर दुसरो से सहायता लें।

ऐसे में कई दफा दूसरों के साथ अपनी समस्या को शेयर करने से समाधान मिल जाता हैं। इसलिए अपने परिवार या करीबी दोस्तों और पड़ोसियों से मदद मांगने से न डरें। आपको अगर तनाव और चिंता बनी रहती हैं, तो अपने डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं।

स्ट्रेस लेकर आप अपनी हालात को न बिगाड़े।

जब भी आप किसी कारण वश तनाव में हो तो उस बारे में शांति से सोचें और उसका रास्ता निकालें।तनावपूर्ण स्थितियों को बिगड़ने का मौका न दें।अगर घर के सदस्यों को लेकर कोई टेंशन हैं तो पारिवारिक समस्या  हैं तो बातचीत से ही हल निकले न कि टेंशन लेने से।

पर्याप्त नींद करें

आप अगर रात में अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो दिनभर थका-हारा मेहसूस करते हैं।अपर्याप्त नींद आपके मूड को मेंटल अवेयरनेस, एनर्जी लेवल और फिजिकल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।इसलिए कहा जाता हैं कि स्ट्रेस से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पर्याप्त नींद जरूर लें।

सदियों में वजन बढ़ने से बचने के उपाय।

सर्दी के मौसम में आप खासतौर पर सुबह उठने से हिचकिचाहते होंगे क्योंकि आलस  के कारण रजाई से निकलने का मन ही नहीं करता हैं। मोटे लोग अपना वजन कम करने के लिए परेशान रहते हैं।गर्मी के मौसम में पसीना बहाने के मौके हर समय मिल जाते हैं, लेकिन असल समस्या ठंड के मौसम में आती हैं।

 इसलिए सर्दियों का मौसम कई लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आता हैं।वो इसलिए क्योंकि आपको लगता हैं कि सर्दियों के मौसम में आपका वजन तेजी से बढ़ता हैं लेकिन ये सच नहीं हैं। लेकिन सर्दियों का मौसम सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है।बल्कि सर्दियों के इस मौसम में आपका शरीर तेजी से कैलोरीज बर्न करता हैं।

आपको और ये जानकर भी हैरानी होगी कि गर्मियों की तुलना में सर्दियों में आपका शरीर ज्यादा तेजी से वजन कम कर सकता हैं।

सदियों के इस मौसम में वजन कम करने के आसान तरीके।

सर्दि के इस मौसम में व्यक्ति को बहुत आलस आता हैं और इसकी वजह यह हैं कि फिजिकल एक्टिविटी काफी कम हो जाती हैं। इस मौसम में लोगों को खूब खाने का भी मन करता हैं जैसे चटपटा,अचार, तला-भुना, घी वाले लड्डू, गाजर का हलवा,सरसों का साग,गुलाब जामुन और पकौड़ियां खूब खाते हैं।इससे सर्दियों में वजन बढ़ने का अधिक चांस रहता हैं।

लेकिन आप अगर चाहें तो अपना वजन सर्दियों में भी बढ़ने से रोक सकते हैं।आप ऐसा भी कर सकते हैं कि अपने खाने-पीने पर ध्यान रखकर बहुत आसान तरीके से वजन कम कर सकते हैं।ठंड के इस मौसम में खाने की कुछ चीजें बढ़ते वजन को कंट्रोल रखने में आपकी सहायता करती हैं।

यह चीजें न सिर्फ आपका वजन घटाती हैं,बल्कि पेट की चर्बी को भी तेजी से कम करने में आपकी सहायता भी करती हैं। वजन घटाना इतना आसान काम नहीं हैं और ये चुनौतीपूर्ण तब हो जाता हैं जब ठंड का मौसम आपके लिए परेशानी बन जाए। 

ठंड का मौसम आपके वजन घटाने की प्रक्रिया में कई तरीकों से अर्चन डालता हैं जैसे आप फुर्तीले नहीं रहते, पानी कम पीते हैं, प्रोसेस्ड फूड खाना शुरू कर देते हैं और सूरज की कमी की वजह से हमारी बॉडी को पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिल पाता। 

यह सभी कारक मेटाबॉलिस्म को धीमा कर देते हैं, जिसकी वजह से शरीर को वजन कम करने में और हेल्दी वेट बनाए रखने में समस्या पैदा होती हैं। इन कारणों से कई लोगों का वजन सर्दियों में बढ़ जाता हैं  जिसे आम भाषा में विंटर वेट कहते हैं।

मास्ट्रिच यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के वैज्ञानिकों के द्वारा की गई एक रिसर्च में यह बताया गया कि ठंड में वजन तेजी से कम किया जा सकता हैं।उनका मानना यह हैं कि ठंड में तापमान कम रहता हैं जिससे ज्‍यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं। 

वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा माना जाता हैं कि ठंड में घर,ऑफिस और अस्पतालों में सुविधा के लिए उच्‍च तापमान रखा जाता हैं,जो कि अनफिट हैं और बॉडी के लिए सही नहीं हैं।उनका मानना यह हैं कि 19 डिग्री सेल्सियस तापमान सही संतुलन के लिए पर्याप्त हैं।

लेकिन मास्ट्रिच यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता के अनुसार इतना तापमान पूरे दिन के लिए सही नहीं हैं।ठंड में शरीर की ऊर्जा 6 फीसदी तक बढ़ जाती हैं और लंबे समय तक बदलाव हो सकते हैं।इससे खाने में बदलाव और व्‍यायम किए बिना वजन कम करने में मदद मिल सकती हैं।

वैज्ञानिकों के अनुसार यह बताया गया हैं कि युवा और मध्‍यम आयु वर्ग के लोग ठंड का सामना करने के लिए अपने शरीर की ऊर्जा से 30 फीसदी गर्मी का उत्‍पादन कर सकते हैं।इसका मतलब ये कि कम तापमान वसा को जमा करने की बजाय कैलोरी बर्न करने के अनुपात को बढ़ा सकता हैं। 

जापान के एक रिसर्च ग्रुप ने अपनी एक रिसर्च में यह पाया हैं कि छह हफ्ते तक 17 डिग्री सेल्सियस में दो घंटे तक काम करने वाले स्वयंसेवकों का बॉडी फैट तेजी से कम हो रहा था।

 

इसके साथ ही अगर आप कुछ आसान उपायों पर ध्यान दें तो आप सर्दियों में फिट और फाइन रह सकते हैं

सुबह की सैर करे

सर्दियों के मौसम में सुबह उठना थोड़ा सा मुश्किल होता हैं।सुबह उठकर सैर करने से आपका वजन तेजी से कम होगा।  आपको एनर्जी के साथ ही विटामिन डी सूर्य के माध्यम से मिल जाएगी।जिससे वजन कम होने के साथ आपकी हड्डियां भी मजबूत होगी।

सुबह की सैर करने से न केवल आपकी कैलोरी बर्न होगी बल्कि उसके बाद अधिक मात्रा में खाना खाने से भी बचेंगे।

भरपूर नींद है जरूरी

ठंड के मौसम में गर्म-गर्म कंबल या रजाई में अच्छी नींद आती हैं।ऐसे में कई रिसर्च के अनुसार भरपूर नींद लेने से भी वजन कम करने में काफी सहायता मिलती हैं। इसलिए 7-8 घंटे सोने की आदत डाले।

घर के ज्यादा कामों में शामिल हों।

आप अगर एक्सरसाइज के लिए बाहर नहीं जाना चाहते हैं, तो अपने आप को घर के अंदर कि फिजिकल एक्टिविटीज में शामिल जरूर करें।

आपको ये जानकर हैरानी  होगी कि घर के काम जैसे सफाई, धुलाई, पोछा और दूसरी चीजें करने से भी आप काफी मात्रा में कैलोरी बर्न कर सकते हैं।घर से काम करते हुए भी हर 30 मिनट के बाद अपनी सीट से उठें और अपने घर के आस-पास थोड़ा टहलें या बहार सैर करें।

प्रोटीन युक्‍त खाना खाएं

कई लोगों का मानना हैं कि ज्‍यादा प्रोटीन वाला खाना आपके शरीर के लिए सही नहीं होता और इसे मोटापा भी बढ़ता हैं। लेकिन ये सही नहीं हैं।आप अपने खाने में अंडे, पनीर और दूध शामिल कर सकते हैं।

इसके अलावा दाल, मटर और सेम भी प्रोटीन के अच्‍छे स्रोत हैं।आप अगर नॉनवेज खाते हैं तो आपके लिए चिकन और फिश बेहतर ऑप्‍शन हैं।लेकिन ध्‍यान रहे कि एक्‍सरसाइज कभी ना छोड़ें और केवल प्रोटीन युक्‍त भोजन खाकर वजन करने की उम्‍मीद ना रखें।

ठंड के मौसम में इन चीजों का इस्तेमाल करने से वजन कंट्रोल में रह सकता हैं।

गर्म पानी से बचें

सर्दी के मौसम में ज्यादातर लोग गर्म पानी पीना पसंद करते हैं,लेकिन अगर आप अपना वजन बनाए रखना चाहते हैं तो आपको ठंडे पानी का सेवन करने की सलाह देंगे।

स्टडीज के मुताबिक ऐसा पता चलता हैं कि शरीर के मूल तापमान से ज्यादा ठंडा लिक्विड पीने से शरीर को गर्म करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती हैं।

आप अगर ठंडा पानी नहीं पी सकतें हैं तो कम से कम सामान्य पानी पीने की कोशिश करें।

शराब का सेवन ना करें

आप अगर गर्माहट पाने के लिए शराब का सेवन कर रहे हैं,तो यह आपका वजन तेजी से बढ़ा सकता हैं।ठंड के मौसम में शराब का सेवन कम करें और आप अपना वजन कंट्रोल कर सकते हैं।

ठंड के मौसम में इन खाद्य पदार्थ का सेवन करने से आपका वजन कम कर सकते हैं।

सब्जियों का सूप

ऐसा खाने का सेवन करना चाहिए,जिनमें पानी की मात्रा सबसे ज्यादा होती हैं।इनमें कैलोरी की मात्रा कम होती हैं और पानीअधिक होता हैं।ऐसे में आप वेजिटेबल सूप और अन्य सब्जियों का सूप पी सकते हैं।इसके अलावा फलों का ताजा रस भी आपके वजन घटाने में बड़ी  सहायता कर सकता हैं। 

हर्बल चाय और ब्लैक कॉफी पिएं।

आप नियमित कॉफी और चीनी और दूध से भरी चाय के बजाय हर्बल चाय और ब्लैक कॉफी का सेवन करें।ऊलोंग चाय, हिबिस्कस चाय, ब्लैक टी या ब्लैक कॉफी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं।

इन्हें नियमित रूप से पीने से आपका मेटाबॉलिज्म तेज हो सकता हैं और आपको तेजी से फैट बर्न करने में  सहायता मिलती हैं।

गाजर

ठंड के मौसम में आप गाजर का हलवा तो खूब खाते होंगे और हर किसी का ये मनपसन्द  भी होता हैं।आप केवल इसे हलवे के तौर पर ही नहीं बल्कि ये आपकी सेहत का भी बहुत अच्छे से ख्याल रखता हैं‌।

दरअसल आप गाजर आपके फैट बर्न करने में बहुत कारगर साबित होता हैं।गाजर में फाइबर भी अधिक मात्रा में होता हैं और इसी वजह से गाजर पाचन क्रिया भी बेहतर करता हैं।

ऐसे में आप इसकी सब्जी बनाकर खाएं या फिर इसे सलाद के तौर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

सेब

सेब खाने की सलाह डॉक्टर आपको हमेशा से ही देते हुए आए हैं।सेब स्वास्थ्य और त्वचा दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता हैं। आप अगर रोज सुबह एक सेब का सेवन करते हैं तो वजन कम करने में बहुत सहायता मिलती हैं।

चुकंदर

चुकंदर आयरन का एक बेहतरीन स्त्रोत हैं।चुकंदर आपके शरीर में खून की कमी को दूर करता हैं।इसे डाइट में शामिल जरूर करें और इससे शरीर में खून भी बढ़ता हैं।चुकंदर का सेवन जूस और सलाद के रूप में किया जा सकता हैं। आप सर्दियों में अपने वजन को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो नियमित रूप से चुकंदर का जूस पी सकते हैं।

टमाटर

टमाटर का उपयोग  सब्जी दाल को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता हैं। लेकिन आप जानते हैं  कि यह खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ ही वजन कम करने में भी फायदेमंद होता हैं।टमाटर में मौजूद पोषक तत्व वजन को कंट्रोल में रखने में आपकी मदद करते हैं।

संतरा

ठंड के मौसम का एक सबसे बेहतरीन मौसमी और लोकल फल संतरा हैं।यह स्वादिष्ट और पौष्टिक होता हैं।संतरे में विटामिन सी की अधिकता होती हैं जो वजन कम करने में मदद करता हैं। इसलिए सर्दियों के मौसम में अपना वजन कम करने की सोच रहे हैं तो संतरे को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

नाशपाती

नाशपाती में कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो वजन घटने के साथ-साथ आपके शरीर को भरपूर न्यूट्रिएंट प्रदान कर सकते हैं।ठंड में वजन कम करने के लिए नाशपाती का सेवन करना बहुद फायदेमंद होता हैं।नाशपाती में फाइबर बहुत अच्छी मात्रा में होता हैं फाइबर भूख को कंट्रोल करता हैं जिससे आपका वजन कंट्रोल में रहता हैं।

मूली

सर्दि के मौसम में अधिकतर लोग बाहर का जंक फूड फास्ट फूड और तरह-तरह के पकवान खाना बहुत पसंद करते हैं। जिससे वजन तेजी से बढ़ने लगता हैं। ऐसे में मूली आपकी सहायता कर सकता हैं। मूली जंक फूड से शरीर को होने वाले नुकसान से भी बचा सकता हैं। मूली में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता हैं जो आपके वजन को कंट्रोल रखता हैं।

पत्तागोभी

सर्दियों के मौसम में पत्तागोभी सबसे अधिक खाए जाने वाली सब्जियों में से एक हैं।आप अगर वजन कम करना चाहते हैं तो सर्दियों में इसका सेवन करना बेहद फायदेमंद हो सकता हैं।पत्तागोभी में विटामिन सी भी होता हैं जिससे वजन नियमित रहता हैं।वजन को कंट्रोल करने के साथ ही पत्तागोभी डायबिटीज के खतरे को भी दूर करता हैं।

अमरूद

सर्दियों के मौसम में आप अमरूद को भी अपनी डाइट में शामिल जरूर करें। यह आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं। 

इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं,जो पाचन तंत्र में सुधार करते ही हैं, और साथ ही वजन घटाने में भी मददगार साबित होते हैं।आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो नियमित रूप से अमरूद का सेवन जरूर करें। 

दिन में 100 स्क्वाटस करने से क्या होता हैं?

शरीर को फिट रखने के लिए और शेप में लाने के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी होती हैं।जो आपके वजन को कम करके मसल्स को स्ट्रान्ग बनाती हैं और आपको फैट से फिट बनाती हैं।स्क्वैट्स उन्हीं में से एक हैं।

स्क्वाटस बॉडी को फ्लेक्सीबल और मांसपेशियों को मजबूत करने में आपकी मदद करते हैं और इन दिनों में व्यायाम काफी लोकप्रिय हो रहा हैं।फिट रहने के लिए लोग अब स्क्वाट के जरिए रैगुलर वर्कआउट भी कर रहे हैं।

स्क्वाटस एक आसान एक्सरसाइज हैं,जिससे न  आपके हाथ या पैरों की बल्कि पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती हैं।इसमें आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकते हैं। लोग इसलिए स्क्वाट को अपनी एक्सरसाइज में शामिल करतेहै और फिट हैं।

इस एक्सरसाइज की खास बात ये है कि इसके लिए आपको किसी भी जिम में जानें कि जरुरत नहीं हैं और फिजूल में पैसा खर्च करने की भी जरूरत नहीं है, क्योंकि आप घर पर या कहीं भी स्क्वाट व्यायाम कर सकते हैं।

स्क्वाटस से न केवल आपकी बॉडी रिलेक्स्ड होगी, बल्कि आप खुद भी स्ट्रेस फ्री महसूस करोगें।ये एक्सरसाइज करने से आप कम समय में अधिक चर्बी को कम कर सकते हैं और साथ ही स्क्वॉट्स को अपनी एक्सरसाइज का हिस्सा बनाएं जिससे आप फिट रहें।

स्क्वाटस से क्या-क्या फायदें होते हैं?

पाचन क्रिया को सही रखें

स्क्वॉट्स एक्सरसाइज को करने से आपके शरीर की गंदगी और व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकलने में सहायता मिलती हैं।इस एक्सरसाइज को करने से शरीर के हर भाग में सभी न्यूट्रिएंट्स बराबर से बट जाते हैं और इसे आपके शरीर की पाचन क्रिया सही रहती हैं। 

स्क्वॉट्स करने से वजन घटता हैं और शरीर स्वस्थ रहता हैं।इसलिए कहा जाता हैं कि स्क्वॉट्स के फायदे में पेट का स्वास्थ्य शामिल होता हैं।

मांसपेशियों को मजबूत करें

आपके शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए स्क्वॉट्स अच्छा व्यायाम हैं। जिससे पैरों के साथ-साथ पूरा शरीर भी मजबूत होता हैं।

जब भी आप स्क्वॉट्स करते हैं,तो एक हार्मोन शरीर से निकलता हैं, जिसे टेस्‍टोस्‍टेरॉन कहा जाता हैं।ये हार्मोन आपके शरीर के विकास में भी लाभकारी हैं।आप अगर प्राकृतिक तरीके से मांसपेशियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तो हर रोज व्यायाम अवश्य करें।

कैलोरी कम करें

लोगों को ये जानना जरूरी हैं कि स्क्वाटस से कितनी कैलोरी भी कम कर सकते हैं।लोग कैलोरी बर्न करने के लिए अक्सर एरोबिक एक्सरसाइज जैसे रनिंग या साइकिलिंग करते हैैं।लेकिन लोग स्क्वाट से गंभीर कैलोरी को भी कम कर सकते हैं।

चोट लगने की संभावना कम करें

आप अगर व्यायाम करते हैं, तो चोट लगने कि संभावना कम हो जाती हैं, क्योंकि व्यायाम करने से आपकी मांसपेशियां और जोड़ मजबूत होते हैं। इससे आपका शरीर भी लचीला बनता हैं।  स्क्वॉट्स के फायदे को जान लिजिए और अभी से ही स्क्वॉट्स शुरू कर दीजिए।

एनर्जी लेवल को बढ़ाए

स्क्वॉट्स करने से आपके शरीर के हार्मोंसकी गतिविधि भी बढ़ जाती हैं और इससे शरीर में एनर्जी लेवल भी बढ़ जाती हैं।अगर आप व्यस्त जीवन में कुछ समय इस व्यायाम को देते हैं और आप इस एनर्जी के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

शरीर के संतुलन को सुधारे

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती हैं वैसे ही टांगे कमजोर होने लगती हैं और शरीर का संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो जाता हैं। व्यायाम करने से आपकी टांगे मजबूत होंगी।

स्क्वॉट्स एक ऐसा व्यायाम हैं जिससे न केवल शरीर फिट रहता हैं,और शरीर का संतुलन भी बना रहता हैं।यह एक्सरसाइज आपकी मांसपेशियों को स्थिर करने का काम भी करेगी,जिससे आपका दिमाग और मांसपेशियों के बीच का संबंध सुधरता हैं।

कमर कि परेशानी होती हैं दूर

स्क्वॉट्स एक्सरसाइज से बॉडी पॉश्चर को ठीक किया जा सकता हैं।वर्कआउट की मदद से मांसपेशियां स्ट्रॉन्ग कर सकते हैं और आपकी उठने, बैठने या चलने की पुजिशन भी ठीक रहती हैं,इससे कमर दर्द जैसी परेशानियों से बचा जा सकता हैं।

ब्लड सर्क्युलेशन करें बेहतर

बॉडी में ब्लड सर्क्युलेशन को बेहतर करने के लिए  स्क्वॉट्स वर्कआउट बेहतर विकल्प माना जाता हैं। फिटनेस एक्सपर्ट्स के अनुसार वर्कआउट से पैरों को एनर्जी मिलती हैं और ऑक्सिजन लेवल भी बढ़ता हैं।आपके पूरे शरीर को फायदा मिलता हैं।इसलिए कहा जाता हैं कि कुछ वक्त निकाल कर व्यायाम करने की आदत जरूर डालें।

स्ट्रेस फ्री रहने के लिए करें स्क्वॉट्स 

ये भागती-दौड़ती जिंदगी में आप तनाव मुक्त रहना चाहते हैं तो स्क्वाटस जरुर करें।एक रिसर्च के अनुसार स्क्वॉट्स आपके बॉडी में एंडॉर्फिन के निर्माण में सहायक होता हैं। एंडॉर्फिन एक तरह का प्रकिर्तिक दर्द होता हैं,जो आपके मूड को भी अच्छा रखने में आपका साथ देता हैं।

अंडर आर्म्स को कैसे साफ करें? कालापन कैसे हटाए?

कुछ महिलाएं ऐसी हैं जो स्‍लीवलेस कपड़े, टी-शर्ट, गाउन और ब्लाउज पहनने कि इच्छा रखतीं हैं, वहीं कुछ महिलाएं तो ऐसी भी होती हैं जो ये सब कुछ पहनना तो चाहती हैं लेकिन अंडर आर्म्स की वजह से वो पहनने में हिचकती है।अंडर आर्म्स कि काली स्किन आपको शर्मिंदगी का अहसास दिलाती हैं,तो परेशान नहीं होइए क्योंकि यह केवल आपकी ही नहीं बल्कि आप जैसी लाखों औरतों की समस्‍या हैं।वैक्‍सिंग करवाना हिम्मत कि बात होती हैं और उसके दर्द को झेलना इतना आसान नहीं होता हैं और शेव करने से आपकी त्‍वचा पूरी तरह से साफ नहीं होती हैं। 

अंडरआर्म्स आपके शरीर का एक कमजोर अंग होता हैं, जो भले ही दिखता नहीं है, लेकिन इसकी खूबसूरती बहुत मायने रखती हैं।गर्मी के मौसम में पसीना बहुत ज्यादा आता हैं और हम पसीने की दुर्गंध से बचने के लिए परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं ,जिसकी वजह से स्किन काली पड़ने लगती हैं।कई बार टाईट फिटीगं के कपड़े, हार्मोन के बदलाव और स्मोकिंग की वजह से भी अंडरआर्म्स की स्किन काली पड़ने लगती है।

अंडरआर्म्स को साफ कैसे करें?

हल्‍के साबुन का उपयोग करें

ज्यादा स्ट्रोंग साबुन आपके शरीर की त्‍वचा के लिए अच्‍छा नहीं होता हैं।हल्के साबुन बहुत ही हार्श होते हैं,जो कि आपके शरीर में सूखापन पैदा करते हैं और ज्‍यादा पसीना निकालते हैं। उससे अच्‍छा यह हैं कि आप पानी में नींबू मिलाकर उससे नहाया करें।आप आर्म पैड़ का इस्‍तमाल भी कर सकते हैं, जिससे कपड़े ,पसीने या पाउडर के दाग नहीं पड़ते हैं।

परफ्यूम का इस्‍तमाल करें 

बाजार में तरह-तरह के डियो उपलब्‍ध होते हैं , और दावा भी करते हैं कि वह आपके अंडरआर्म को सफेद कर देगें। लेकिन आपको कोई भी परफ्यूम त्‍वचा पर डायरेक्‍ट नहीं लगानी चाहिए क्‍योंकि इससे आपकी त्‍वचा ज्‍यादा काली पड़ जाती है।आप केवल प्राकृतिक डियोड्रेंट जैसे, चंदन पाउडर या टैल्‍कम पाउडर का इस्तेमाल करें क्‍योंकि ये महकदार होते हैं। आपके शरीर को किसी भी प्रकार का कोई नुक्‍सान भी नहीं पहुंचाते हैं।

हेयर रिमूवल

अंडर आर्म्स में बाल होने की वजह से वहां कि त्‍वचा काली होने लगती हैं। अगर आप उस जगह को शेव करते हैं और बाद में हेयर रिमूविंग क्रीम लगाते हैं,उससे वह जग साफ हो जाती हैं।आप अपने बगल को ब्‍लीच काउपयोग करके सफेद और साफ बनाएं रख सकते हैं।

पसीनेदार आर्मपिट का इलाज

आप अपने अंडर आर्म्स को पसीने युक्‍त पाना चाहते हैं तो उसे सुखाने के लिए टावेल या टिशू का इस्तेमाल करें जिससे आपकी त्‍वचा काली न पड़े। अगर आप त्‍वचा पर बेसन और मुल्‍तानी मिट्टी लगातें हैं तो उससे अधिक पसीना नहीं आता और अंडरआर्म भी साफ हो जाता हैं।

कालापन कैसे हटाएं ?

एलोवेरा

आपकी स्किन के लिए एलोवेरा काफी फायदेमंद होता हैं।अंडर आर्म्स में से कालापन दूर करने के लिए एलोवेरा काफी फायदेमंद होता हैं।एलोवेरा आपकी स्किन को मुलायम करता हैं और इससे स्किन भी साफ होती हैं।

एलोवेरा में एलोसिन पाया जाता हैं,जो टायरोसिनेस नामक एंजाइम को रोकने मैं आपकि सहायता करता हैं।एलोवेरा प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टीरियल गुण हैं और इससे सूजन और इरिटेटेड त्वचा से भी आराम मिलता हैं।  

कैसे करें इस्‍तेमाल?

  • आपको एलोवेरा से कालापन दूर करना हैं तो उसके लिए एक कप गर्म पानी में एक चम्मच एलोवेरा जैल डालें।
  • उसके बाद दोनों को अच्छे से मिलाले और बाद में इसे कॉटन की मदद से अंडर आर्म्स पर लगाएं। 
  • 20 मिनट तक इसे लगा रहने दें फिर आप इसे गुनगुने पानी से धो लें।

नींबू

नींबू के जूस में साईट्रिक एसिड मौजूद होता हैं।जिसमे प्राकृतिक एक्सफोलिएंट और इससेआप ब्लीच भी कर सकते हैं। यह आप कोअंडर आर्म्स की त्वचा को ब्लीच करने में मदद करता हैं।

कैसे करें इस्‍तेमाल?

  • सबसे पहले नींबू को काट लें।
  • फिर आधे टुकड़े से दो से तीन मिनट तक अंडर आर्म्स की त्वचा पर स्क्रब करें।
  • उसके बाद दस मिनट तक अंडर आर्म्स की त्वचा पर नींबू के जूस को ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें।
  • फिर बाद में त्वचा को पानी से धो लें।

हल्दी

हल्दी को चेहरे के मास्क के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिससे आपके चेहरे की रंगत निखर जाती हैं और दाग धब्बे दूर हो जाती हैं।इस पैक को अगर आप अंडर आर्म्स पर लगाएं तो काली त्वचा हल्की हो जाएगी। इसमें मौजूद दूध में लैक्टिक एसिड होता हैं जो डार्क अंडरआर्म को गोरा करने में मदद करता है।

कैसे करें इस्‍तेमाल?

  •  एक चम्मच हल्दी पाउडर,
  • एक चम्मच दूध,
  • एक चम्मच शहद,
  • इन सभी सामग्रियों को एक साथ मिला लें और फिर उसकी पेस्ट को अंडर आर्म्स पर लगा दें।
  • फिर उसके सूखने का इंतज़ार करें और फिर अंडर आर्म्स को पानी से धो लें।

आलू 

आलू का इस्तेमाल अंडर आर्म्स के कालेपन को दूर करने के लिए फायदेमंद होता हैं।आलू में ब्लीच और एंटी-इरिटैंट के गुण होते हैं।जो पिगमेंटेशन की वजह से पड़ने वाले दाग,धब्बे और खुजली से आलू जल्दि राहत दिलाता है।

कैसे करें इस्‍तेमाल?

  •  आलू को सबसे पहले छील लें और फिर उसे घिस लें।
  • घिसने के बाद आप आलू का रस निकाल लें और फिर उस रस में कपास डुबोकर अंडर आर्म्स पर लगा दें।
  • फिर उसे 10 से 15 मिनट के बाद त्वचा को पानी से धो दें।

वजन घटाने से लेकें त्वचा निखारने तक अनार को बनाएं अपना परम साथी!

आप अगर रोजाना अनार खाते हैं तो दिल, दिमाग और आंखों की सेहत ठीक रहती है।अमेरिकी संस्थान के द्वारा किए गए एक अध्ययन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यदि आप रोजाना अनार खाने की आदत डाल लेतें हैं तो दिल की बीमारी का खतरा पूरी तरह खत्म हो सकता है। लेकिन अनार के दाने खाने से ज्यादा, अनार के जूस के ज़्यादा फायदे होते हैं।  क्योंकि इसमे विटामिन ए, कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी-12, प्रोटीन और पोटैशियम होता है, जो आपके पेट की सेहत के लिए जरूरी है।

फलों में अनार आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता हैं। अगर आप सही समय पर अनार का सेवन करते हैं ,तो आपका शरीर और स्वास्थ्य बेहतर बनाया जा सकता हैं। 

अनार एक ऐसा फल हैं जो कोई भी मौसम में खाया जा सकता है।अनार में फाइबर, विटामिन के, विटामिन सी, और बी, आयरन, पोटेशियम, जिंक और ओमेगा-6 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।अनार का जूस निकालकर भी सेवन किया जा सकता है।ऐसा भी कहा जाता हैं कि अनार का सेवन आपके शरीर में खून की कमी को दूर करता हैं।अनार खाने से आपका दिमाग तेज होता हैं।

अनार एक ऐसा फल हैं जो हर किसी को पसंद होता हैं।अनार का छिलका बाहर से जितना कठोर होता है, अंदर से उतना ही वो स्वादिष्ट, और सबसे मीठा फल होता है।

किसी भी मनुष्य को, कोई रोग हो जाए, तो लोग उन्हें सबसे पहले अनार के सेवन की सलाह ही देते हैं।डॉक्टर भी यही सलाह देते हैं,कमजोरी दूर करने के लिए, या इलाज के बाद स्वास्थ्य लाभ पाने के दौरान, रोगी को अनार का सेवन की सलाह देते हैं।

अनार में भी अलग अलग प्रकार होते हैं? 

अनार के स्वाद में अंतर होने के कारण ये तीन किस्में पाई जाते हैं।

  • देशी अनार जो खट्टे-मीठे होते हैं।
  • कन्धार अनार जो मीठे होते हैं।
  • काबुल अनार जो मीठे होते हैं, और एक गुठली रहित अत्यन्त मीठा अनार आता है, जिसे बेदाना अनार के नाम से भी जाना जाता हैं। यह खाने में सबसे अच्छा होता है। फल की तुलना में छिल्के में अधिक गुण पाए जाता हैं।

अब रस में अंतर होने के कारण अनार फल तीन प्रकार के होते हैः-

  •  मीठे रस वाला अनार
  • खट्टे रस वाला अनार
  • मीठा-खट्टा रस वाला अनार

लेकिन क्या आप जानते हैं कि,अनार के  फायदे कौन-कौन से हैं? 

  • खून की कमी :

किसिको कभी भी खून की कमी, पीलिया ,डैंगु ,अनेमिया जैसी बीमारी होती है ,तो उन लोगों को अनार का सेवन करना बहुत जरूरी है क्योंकि इसमेें आयरन मौजूद होता है,जो आपके शरीर में खून की कमी को दूर करता है । 

  • दिल की बीमारी दूर करने के लिए :

अनार में फाइबर की मात्रा सबसे ज्यादा होती हैं।उसके साथ ही यह आपके शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता हैं।इसके अलावा यह खून को साफ करने में भी मदद करता है।इसलिए डॉक्टर्स आपको यह सलाह देते हैं की दिल की बीमारी में अनार का सेवन सबसे अच्छा होता हैं।

  • केलेस्ट्रोल :

अनार का सेवन करने से केलेस्ट्रोल नहीं बढ़ता हैं।इससे दिल की बीमारी का खतरा कम होता हैं । 

  • हड्डिया मजबूत करने के लिए अनार :

हड्डियों और जोड़ो के दर्द,अर्थराइटिस की परेशानी है तो अनार का सेवन करना शुरू कर लेंना चाहिए।उसमें अच्छी मात्रा में आयरन, कैल्शियम होता है। अनार का सेवन करना चाहिए, इसमेें अच्छी मात्रा में आयरन, कैल्शियम होता हैं। 

  • अनार से बढ़ाएं इम्युनिटी  :

अनार में एंटी बायोटिक, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीवायरल गुण होता है, जो आपके शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाने में आपकी मदद करता हैं। जिससे इम्युनिटी मजबूत होती हैं और बीमारियां भी दूर रहती हैं।

  • किडनी की समस्या के लिए आनार :

अगर आपको किडनी या पथरी की समस्या है ,तो उनके डॉक्टर से बात करनी चाहिए और अनार का सेवन कितना करना हैं। इस्से किडनी की समस्या से थोड़ा आराम मिलेगा।अनार में अच्छे मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण होता है जो शरीर को मजबूत करता हैं। 

  • वजन घटाने के लिए :

वजन घटाने के लिए अनार बहुत ज्यादा फायदेमन्द होता हैं। अनार में अधिक मात्रा में फाइबर होता है ,जो आपकी चर्बी को कम करने में मदद करता हैं और इससे मोटापा भी कम होता हैं।लोगों का मानना है कि अनार की पत्तिया भी मोटापा कम करने में सहायता करती है।

  • त्वचा के लिए अनार के फायदे  

अनार आपकी त्वचा के कई तरह की समस्या को ठीक करने में मददगार साबित होता हैं क्योंकि इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाए जातें है।अनार आपके त्वचा पर समय से पहले झुर्रिया को आने से भी रोकता हैं और इसके अलावा वो कील-मुंहासे और दाग-धब्बो को भी दूर करने में आपकी मदद करता है।अनार का सेवन यदि रोजाना करते हैं, तो आपकी त्वचा चमकती हैं।त्वचा रूखी हो, तैलीय हो, अनार दोनों तरह की त्वचा के लिए लाभदायक होता है। 

  •  बालो के लिए अनार के फायदे :

अनार में एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते है, जो स्कैल्प में रक्त संचार को संतुलित रखता है।जो उलझे, रूखे, सुखें, बेजान बालो को मजबूत बनाने में मदद करता है। आपको यदि बालो के झड़ने की समस्या है तो अनार का जूस पीना चाहिए।अनार आपके बालों को शाइनी व सूंदर बनाता हैं।अनार बालों को विटामिन और पौष्टिक तत्व प्रदान करता हैं, जिससे बाल चमकते हैं। जिससे बालों के जडों को मजबूती मिलेगी और साथ ही में बाल गिरना भी बंद हो जाएंगे।

सुबह जल्दी उठने के तरीके और फायदे – जानकर हो जाएंगे आप आश्चर्यचकित!

सुबह जल्दी उठने के लाभ तो अक्सर लोग जानते ही हैं। किन्तु, आधे से ज़्यादा लोग प्रयास तो करते है सुबह जल्दी उठने का किन्तु उठ नहीं पाते है। सुबह उठने से आपके दिल में एक अलग ही आनंद होता है जिससे आपके शरीर में पूरे दिन एक सकारात्मकता भी बनी रहती है। 

क्या आप उनमें से है जिन्हें सुबह का वातावरण तो बहुत पसंद है और आपको सुबह जल्दी उठने का मन भी होता है किन्तु, उठ नहीं पाते? क्या आप उनमें से हैं जिन्हें सुबह का खूबसूरत नजारा देख कर और भी नींद आती है? तो घबराए नहीं ऐसा होता है।

हम आपको इस लेख में आपकी नींद पूरी हो और आप हस्ते हुए उठ पाए ऐसे तरीके समझाएंगे।

सुबह जल्दी उठने के फायदे!

  • आप अगर सुबह जल्दी उठने की आदत डालते है तो इससे आपको शुरुआत में तो बहुत दिक्कत होगी किन्तु, जब आप सुबह जल्दी उठकर पावन वातावरण देखेंगे तो आपकी नींद खुद ही उड़ जाएगी।
  • हर काम करने में आसानी होगी।
  • पूरा दिन मन प्रफुल्लित रहता है।
  • सुबह का नज़ारा और चाय/कॉफी दिन में एक जादुई ऊर्जा मिलती है।
  • वर्तमान में कभी भी नहीं होगी दिक्कत।
  • नकारात्मक विचारों का अंत करती है। 
  • त्वचा और भी अच्छी बनती है।

सामान्य भाषा में कहें तो फोन को reboot मारने से फोन कितना अच्छे से काम करने लगता है। वैसे ही आपकी हर समस्या के समाधान के लिए आपके देर से उठने की आदत को refresh करना जरूरी है। प्रयास आप 7,6 बजे से करें फिर चाहे बाद में 4,5 बजे का समय कर लेना।

अब बिना वक्त गवाएं आइए जानते है सुबह जल्दी किस तरह उठा जाए।

21 दिनों का challenge!

आपको आदत नहीं है जल्दी उठने की? तो कोई बात नहीं ज्यादातर लोगों में यह आदत नहीं होती है। आप अपना रूटीन बदलें जिससे आपको भी आसानी होगी इस धीरे धीरे आपको आदत लग जाएगी सुबह जल्दी उठने कि। आप शुरुआत 21 दिनों से करें। पहले के कुछ दिन मुश्किल होगा किन्तु, बाद में आसान हो जाएगा।

एक महत्वपूर्ण कारण

ज़िन्दगी जीने का कोई कारण न हो तो पृथ्वी पर हम ज़िंदा लाश है। वैसे ही यदि, आपके पास सुबह उठने का कोई महत्वपूर्ण कारण ना हो तो भी कई लोग सुबह जल्दी नहीं उठ सकते है। इसलिए सुबह जल्दी उठने के लिए आप कोई एक ऐसा कारण रखें जो आपको पसंद हो और आपको वो काम करने से खुशी मिलती हो वैसा कोई काम करो सुबह उठ कर। 

रात को जल्दी सोए!

आज के समय का सबसे मुश्किल काम “रात को जल्दी सोना”। किन्तु, आपको जल्दी उठना है सुबह तो रात में जल्दी सोने की आदत डालनी होगी। क्योंकि, आपकी नींद पूरी नहीं हुई तो इससे आपके दिमाग पर असर हो सकता है।

रात में पोषण से भरपूर आहार लें –

जी हां, आप सोच रहे होंगे कि रात के समय तो हल्का खाना खाना चाहिए पर? किन्तु, आधे से ज़्यादा लोग सुबह इसलिए ही नहीं उठ पाते है कि वह रात के समय बहुत हल्का खाना खाते है जिससे उन्हें रात में नींद अच्छी नहीं आती। आपको रात के समय पोषण से भरपूर आहार लेना है अधिक नहीं परन्तु इसमें प्रोटीन आदि गुण होने चाहिए चाहे आप उनकी संख्या कम लें किन्तु, उसके गुण काफी होने चाहिए। इससे आपको अच्छी नींद आएगी और आपका पेट भी भरा रहेगा।

रात में दूध पिए

रात को पानी ना पिएं और दूध पीने की आदत डालें। रात को दूध पीने से आपको नींद भी अच्छी आएगी और आपका पेट भी भरा रहेगा। 

तनाव से कहें ना 

आप रात को सोते समय आपकी ज़िन्दगी का सबसे अच्छा लम्हा याद करें या आप कोशिश करें 3-4 बार गहरी सांस लें और हस्ते हुए सोए। यदि, आप अच्छे से सोएंगे तो आप जल्दी उठ पाएंगे। तनाव हर किसी को होता है किन्तु, हर समय आप अगर दुःखी रहेंगे तो इससे आपको ही नुकसान होगा और आपको नींद भी जल्दी नहीं आएगी।

पीएम किसान मोबाइल ऐप के फायदे जानने के साथ जानें क्या-क्या सुविधाएं है इस ऐप में!

देश में किसान की अहमियत क्या है, यह तो सब जानते ही है। देश के प्रधानमंत्री ने हमारे देश के किसानों के लिए एक स्कीम की है लॉन्च। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको कोई दूसरी जगह जाने की जरूरत नहीं है। आपको बस घर बैठे ही स्मार्ट फोन में यह ऐप डाउनलोड करना है। इस योजना के तहत भारत का कोई भी किसान प्रति वर्ष घर बैठे ही 6000 रुपए पा सकता है। 2000 के तीन किश्तों में दिए जाएंगे यह रुपए!

  • देश के किसानों के खातों में अब तक 93,000 करोड़ रुपए हो चुके है ट्रांसफर।
  • PM-KISAN के तहत सभी पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं।
  • यह भी बताया जा रहा है कि अब तक किसी सरकार ने इतनी बड़ी रकम किसानों के हाथ में नहीं दी है। 

जानें इस ऐप के लाभ एवं इस पर रजिस्ट्रेशन किस प्रकार किया जाए!

जब 2018 में इनफॉर्मली शुरुआत की गई थी तब रूल था कि जिसके पास कृषि योग्य खेती 2 हेक्टेयर (5 एकड़) है उसी को लाभ मिलेगा। किन्तु, अब यह रूल बदल चुका है और इसका लाभ अधिक से अधिक लोग लें सके इसलिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन का तरीका निकाला। क्योंकि, पहले लेखपाल, कानूनगो और कृषि अधिकारी के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाना होता था।

रजिस्ट्रेशन करने के लिए –

  • आपके पास स्मार्ट फोन होना चाहिए, आधार कार्ड, बैंक में एकाउंट। 
  • आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना ऐप के जरिए भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते है।
  • इस जानकारी के तहत आप pmkisan.nic.in  लिंक को खोलें और अपना रजिस्ट्रेशन करवाए।
  • यदि, कुछ दुविधा हो तो हेल्पलाइन नंबर डायल करें।

सेहत का ख्याल रखना है जरूरी । किंतु, नमक की मात्रा में अधिक कटौती है बुरी! किन लोगों को है सतर्क रहने की जरूरत।

सेहत ही सम्मपती है यह तो सब जानते ही है। इसीलिए आज के समय में लोग अपनी सेहत को लेकर अधिक ध्यान देते है जैसे तेल कम खाना, प्राणायाम करना, एवं नमक, चीनी आदि की मात्रा में कटौती करना। परन्तु, क्या आप जानते है कि अधिक फीका खाना है सेहत के लिए हानिकारक? इसलिए संभल जाइए और इस लेख के अंत में हम आपको देंगे एक बोनस टिप!

शोधकर्ताओं के अनुसार –

जिस तरह नमक का अधिक सेवन हानिकारक है उसी तरह नमक की कमी भी हानिकारक है। अधिक समय की कटौती नमक में ‘इंटरल्यूकिन-17’ (एक सफेद रक्त कोशिका है) की कमी हो सकती है। इसमें कमी आने से इंसान रोगों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।

किन मरीज़ों को रहना होगा अधिक सावधान – 

यूं तो हर किसी को अपने आहार को अपनी क्षमता और सेहत का ख्याल रखते हुए ग्रहण करना चाहिए। किसी भी व्यक्ति एवं मरीज़ को डॉ की सलाह के बगैर नमक की मात्रा घटानी या बढ़ानी नहीं चाहिए। 

  • डायबिटीज़ के मरीज़ों को इस बात का अधिक खयाल रखना होता है। यूं तो डायबिटीज़ के मरीज़ों का खाना फिक्स होता हैं। किन्तु, कई बार नमक कम होने से सोडियम की कमी होती है जिसके चलते उन्हें चक्कर, थकान, सुस्ती और कमज़ोरी हो सकती है।
  • ब्लड शुगर – यदि, सोडियम की अधिक कमी हुई तो इससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है। जिससे आपकी सेहत को और भी नुकसान हो सकता है। इतना ही नहीं, दिल का दौरा एवं ब्लड प्रेशर  में भी उतार चड़ाव हो सकता है।
  • डिप्रेशन – इसका असर होता तो मानव के दिमाग पर है परन्तु, इस समय में अपनी सेहत का खयाल रखना भी जरूरी है। यदि, मानसिक रूप से रहना है स्वस्थ तो शारीरिक रूप से भी रहना होगा मस्त और खाना होगा नमक। अधिक डाइटिंग करना भी मानसिक रोगी को तनाव दे सकता है।
  • किडनी मरीज़ों को होना होगा सावधान – शोधकर्ताओं का कहना है कि – किडनी के मरीज़ों को जब तक कहा ना जाए तब तक उन्हें अपने खाने में कुछ बदलाव नहीं करना चाहिए। बार बार मूत्र और फंगल की समस्या हो तो डॉ को खबर करें, वह दवाई या इंजेक्शन के कारण भी हो सकती है। जरूरी नहीं कि वह नमक के कारण ही हो। 

मानव शरीर में सोडियम की मात्रा रोजाना 2200 – 2400 मिलीग्राम के बीच होना चाहिए। यदि, सोडियम की मात्रा 3300 से अधिक हो तो तुरंत करना चाहिए डॉ को खबर।

बिना समय गवाए जानते है बोनस टिप!

  • नमक के बजाय आप पुदीना, दालचीनी अच्छे स्वाद के लिए उपयोग कर सकते हो।
  • यदि, नमक मना है तो खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए नमक के बजाय कुछ स्वादिष्ट और सोडियम से भरपूर सामग्री का इस्तेमाल करें।
  • व्यायाम करने की आदत डालें – किन्तु, अपने डॉ की सलाह के पश्चात।
  • इससे आपकी सेहत स्वस्थ रहेगी, मानसिक रूप से आप स्वस्थ रहेंगे और आपके चहरे का तेज भी बढ़ेगा।

पतझड़ में जन्मे बच्चों में अस्थमा होने की होती है अधिक संभावना – पता चला है एक शोध से – कैसे रखें सेहत का खयाल!

पतझड़ का मौसम वातावरण एवं मनुष्य जीवन में बदलाव भी लाता है। बच्चे हो या बुजुर्ग आज के समय में अपनी सेहत का खयाल तो हर किसी को रखना होता है। इंफेक्शन का खतरा बच्चे हो या बुजुर्ग आज के समय में तो हर किसी कि यह खतरा होता ही है। अस्थमा की बीमारी आज के समय दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में खुदका और खिड़की सेहत का खयाल किस तरह रखा जाए आइए जानते है इस लेख में!

सोध से पता चला हैं की –

पतझड़ में जो बच्चे जन्म लेते है उन पर अस्थमा का खतरा सबसे अधिक होता है। ब्रिटेन में करीब 20% लोग एक एलर्जी से पीड़ित होते है – अस्थमा। किन्तु, डॉक्टर का कहना है कि उनमें से भी अधिक संख्या उनकी है को पतझड़ के मौसम में पैदा हुए है। 

उनकी त्वचा वातावरण और भी की चीजें किसी भी बीमारी का कारण होते है। पतझड़ में पैदा हुए बच्चो कि त्वचा सुखी भी होती है। जो बच्चे पतझड़ में पैदा होते है उनकी त्वचा कमजोर होती है इसलिए हानिकारक बैक्टीरिया उन पर बार-बार अटैक करते है।

सोधकर्ताओं का कहना है कि – ज्यादातर एलर्जी बचपन में ही शुरू होती है जब एलर्जी फैलाने वाले रोगाणु सूखी हुई त्वचा से अंदर प्रवेश करते हैं। 

कैसे रखें खयाल?

  • खाने में विटामिन D अवश्य शामिल करें। जैसे दूध, अंडे आदि।
  • मैग्नेशियम से भरपूर आहार लें।
  • हरी सब्जियां एवं गाजर भी अपने खाने में अवश्य शामिल करें।
  • सेब एवं केले जैसे फल भी दिन में एक बार अवश्य खाएं।
  • हर रोज़ प्राणायाम करने की आदत डालें।

यदि, बालपन से भी अच्छे से देख बाल की जाएं तो बड़ी उम्र में तकलीफ नहीं होगी। 

इस बीमारी के इलाज के लिए कई तरह की ट्रीटमेंट्स मौजूद है। 

जैसे – एलर्जी शॉट्स, एलर्जी की दवाएं, और long-acting beta antagonists (LABAs), आदि।

Attention alert feature – रखेगा आपको सुरक्षित – कानों में गाने सुनने की वजह से नहीं होगा नुकसान – बच्चों की रोने की आवाज़ तक सुनाई देगी!

फोन – आज के समय का सबसे मुख्य आविष्कार माना जाता है। हालांकि, उसके अपने ही फायदे और गैरफायदे है। किन्तु, फोन से भी ज़्यादा आज के समय में लोग संगीत सुनना पसंद करते हैं। चाहे वह हेड फोन पर हो, एफएम पर, या ईयरफोन लगाकर। 

अभी के समय में कई ऐसी चीजें आ गई है जिससे आप संगीत सुन सकें उसमें से एक पॉपुलर चीज़ है ईयरफोन। लोग जब इसे अपने कानों में डालते है तब के बाद उन्हें होश ही नहीं रहता की आसपास आख़िर चल क्या रहा है। कई बार इस कारण लोगों के साथ कई बड़ी दुर्घटना होती है। किन्तु, अब ऐसा नहीं होगा।

इस फीचर से अब ना तो किसी का समय खराब होगा ना किसी की जान जाएगी कानों में ईयरफोन डालने से।

अटेंशन अलर्ट फीचर!

Google अपने पिक्सल बड्स में अटेंशन अलर्ट फीचर , शामिल करने जा रहा है। जी हां, इसमें जो सेंसर लगे होंगे उसकी मदद से आपात स्थितियों पहचान में आ जाएगी और संगीत की ध्वनि धीमी हो जाएगी। इससे जो भी व्यक्ति के कानों में ईयरफोन होंगे उसमें से आवाज़ भी ऑटोमैटिकली धीमी हो जाएगी।  नया अपडेट गूगल के टच कंट्रोल हेडफोन में उपलब्ध है। 

किस तरह की आवाज़ सुनाई देगी!

  • एम्बुलेंस की आवाज़ भांप लेगा।
  • पुलिस के सायरन।
  • कुत्ते के भोंकने की!
  • बच्चों के रोने की।
  • ज़्यादा ज़ोर से भी यदि, कोई आवाज़ हो वह तक पता चल जाएगा आदि।

गूगल अपने पिक्सल बड ईयरफोन के लिए इस आपातकालीन साउंड डिटेक्शन मोड का परीक्षण कर रहा है। इस मोड़ के जरिए यूजर को आसपास की स्थिति का अंदाजा लग सकेगा। फिलहाल इस फीचर का परीक्षण चल रहा है। किन्तु, एक बात है की इससे बैटरी जल्द खर्च होगी।

कैसे करें इस्तेमाल?

  • इसे Android-10 से लैस पिक्सल फोन की सेटिंग में जाकर कनेक्टेड डिवाइस का विकल्प चुनें।
  • फिर पिक्सल बड्स सेटिंग्स में जाए और साउंड में अलर्ट के बटन को ऑन या ऑफ करें।